Friday 12 December 2014

स्वस्थ्य रहने के लिए एलोविरा

एलोविरा के बारे में जानकारी=भारत में प्राचीनकल से ही एलोविरा का उपयोग औषधि के रूप में हो रहा है। भारत में इसे ग्वारपाठा या घृतकुमारी के नाम से जाना जाता है.हमारे देश में इसकी लगभग २०० प्रजातियां पाई जाती हैं,जिनमे से पांच ही औषधि के रूप में प्रयोग की जाती हैं,जबकि पुरे विश्व में एलोविरा की ५०० प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमे से सिर्फ ३५ प्रजातिया ही मनुष्य के उपयोग के लिए लाभप्रद पाई गईं हैं। .सबसे ज्यादा गुणकारी प्रजाति का नाम बारना डेंसीस है। कांटेदार पत्तियों वाले इस पौधे में रोग निवारण की इतनी अदभुद क्षमता है कि इसे संजीवनी बूटी कहा गया है।
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आजकल इस अौषधि का प्रयोग बवासीर, डायबिटीज, गर्भाशय के रोग, पेट की खराबी, जोड़ों का दर्द, त्वचा की खराबी, मुंहासे, रूखी त्वचा, धूप से झुलसी त्वचा, झुर्रियों, चेहरे के दाग-धब्बों, आंखों के काले घेरों, फटी एड़‍ियों के लिए, खून की कमी को दूर करने के लिए तथा शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए बड़ी सफलतापूर्वक किया जा रहा है।
एलोविरा में १८ धातु, १५ एमीनो एसिड और १२ विटामिन मौजूद होते हैं। प्राकृतिक रूप से गर्म तासीर वाले और बेहद पौष्टिक एलोविरा की काँटेदार पत्तियों को छीलकर एवं काटकर इसका रस निकाला जाता है।
इसे सुबह खाली पेट शीशे के गिलास में ३० एमएल की मात्रा में १२० एमएल पानी मिलाकर लेने से शरीर के सभी रोग तो दूर होते ही है,इसके साथ ही दिन-भर शरीर में शक्ति व चुस्ती-स्फूर्ति बनी रहती है।
एलोविरा में एंटी बैक्टेरिया और एंटी फंगल गुण के कारण जलने पर,अंग कहीं से कटने पर या शरीर की अंदरूनी चोटों पर प्रयोग करने से घाव को जल्दी भरता है.इसका गूदा या जैल बालों की जड़ों में लगाने से बाल काले,घने-लम्बे और मजबूत हो जाते हैं। इसे फटी एड़ियों पर या रूखी-सूखी त्वचा पर लगाने से त्वचा चिकनी हो जाती है। मच्छरों से बचाव के लिए भी लोग एलोविरा जैल हाथ-पैरों पर लगाकर सोते हैं।
एलोविरा जैल चेहरे पर लगाकर बहुत से लोग सेविंग भी करते हैं.चेहरे पर प्रयोग करने से उम्र बढ़ने के साथ साथ या तनाव के कारण आँखों के नीचे बनने वाले काले घेरों को भी ये जैल दूर कर देता है। घरों में लोग गमलों में लगाकर इसका प्रयोग कर रहे हैं.मेरे विचार से तो घर की बजाय किसी अच्छी कम्पनी का एलोविरा जैल लेकर प्रयोग करना पूर्णत: सुरक्षित और ज्यादा फायदेमंद है। आजकल बाजार में एक तरफ जहाँ पीने के लिए अच्छी से अच्छी कम्पनियों का एलोविरा जूस उपलब्ध है,वहीँ दूसरी तरफ सौन्दर्य निखार के लिए एलोविरा जैल हर्बल कॉस्मेटिक प्रोडक्ट के रूप में बाजार में बॉडी लोशन, हेयर जैल, स्किन जैल, शैंपू, साबुन, फेशियल फोम, और ब्यूटी क्रीम आदि के रूप में उपलब्ध है।

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